O LEVEL COURSE

O LEVEL COURSE

                      ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स क्या है ?

ओ लेवल का पूरा नाम या O Level Ka Full Form “Ordinary Level” होता है। हिंदी में ओ लेवल का फुल फॉर्म (O Level Full Form In Hindi) “साधारण स्तर” होता है। O Level Course की अवधि 1 वर्ष की होती है जिसे 6-6 माह के दो सेमेस्टर में बांटा गया है। इन दो सेमेस्टर को पास करने के बाद छात्रों को एक प्रैक्टिकल और एक प्रोजेक्ट देना होगा।

O Level Computer Course करने के लिए उम्मीदवार को दसवीं/बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है व इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (आईटीआई) सेर्टिफिकेट के आधार पर भी छात्र O Level Computer Course करने के लिए राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के अंतर्गत पंजीकृत हो उसमे भी एडमिशन ले सकता है।

 

कोर्स का नाम

O level

पाठ्यक्रम की अवधि

1 वर्ष (6-6 महीने के 2 सेमेस्टर)

न्यूनतम योग्यता

10वीं+12वीं पास या ITI/ग्रेजुएशन

आयोजक निकाय

NIELIT (राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान)

सर्टिफिकेट प्रदान करने वाला निकाय

NIELIT

ओ लेवल कोर्स परीक्षा का आयोजन

साल में दो बार जनवरी एवं जुलाई

परीक्षा का प्रकार

भाग -1 ऑब्जेक्टिव (OMR शीट)

भाग-2 लिखित

 

लेवल रजिस्ट्रेशन फॉर्म में मांगे जाने वाली जानकारी

  • आवेदक का नाम
  • माता-पिता का नाम
  • जन्म तिथि
  • लिंग
  • वैवाहिक स्थिति
  • वर्ग
  • धर्म
  • मोबाइल नंबर
  • पता
  • शैक्षिक योग्यता विवरण
  • डॉक्युमेंट्स

 

                ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स में प्राप्त छात्रवृति

राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा जनवरी 2003 ओ लेवल के पाठ्यक्रम को अध्ययन करने वाले छात्रों जिनमें अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/शारीरिक रूप में विकलांग तथा महिलाओं के प्रोत्साहन के लिए छात्रवृति दी आरम्भ कर दिया है। छात्रवृति प्राप्त करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना होगा जिनकी जानकारी नीचे सूची में दी गयी है।

छात्रवृति के लिए पात्रता

  • छात्रवृति प्राप्त करने के लिए विद्यार्थी को पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण होना पड़ेगा।
  • माता-पिता की वार्षिक आय 2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • उम्मीदवार के पास सम्बन्धित कोर्स करने का सर्टिफिकेट होना आवश्यक है।
  • आय प्रमाण पत्र होना जरुरी है।
  • O Level Computer Course प्रमाण पत्र होना जरुरी है।

 

 

 

                               ओ लेवल कोर्स फीस

O Level Course Fees: 22,700/- रुपये है जिसका भुगतान 4 किस्तों किया जा सकता है:

  • 1 किस्त : 7700/- रुपये
  • 2 किस्त : 5000/- रुपये
  • 3 किस्त : 5000/- रुपये
  • 4 किस्त : 5000/- रुपये
  •  

 

 

                       ओ लेवल कोर्स सिलेबस 2023

ओ लेवल कोर्स सिलेबस में 4 थ्योरी मॉड्यूल, 4 प्रैक्टिकल और 1 प्रोजेक्ट शामिल हैं। यह सभी अनिवार्य है।

मॉड्यूल कोड

मॉड्यूल

M1-R5.1

इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी टूल्स एंड नेटवर्क बेसिक्स

M2-R5.1

वेब डिजाइनिंग & पब्लिशिंग

M3-R5.1

प्रोग्रामिंग एंड प्रोब्लम सॉल्विंग थ्रू पाइथन

M4-R5.1

Internet of Things and its Applications

MPR-1 to MPR-4

M1-R5.1, M2-R5.1 ,M3-R5.1 और M4-R5.1 पर आधारित 4 प्रैक्टिकल

PJ1-R5.1

Project

ओ लेवल कोर्स सिलेबस दो भागो में विभाजित है। पहला थ्योरेटिकल और दूसरा प्रैक्टिकल। कोर्स के दोनो सेमेस्टर में थ्योरी व प्रैक्टिकल शामिल हैं। ओ लेवल कोर्स में प्रोजेक्ट वर्क भी करना जरूरी होता है। प्रोजेक्ट्स वर्क के बिना ओ लेवल सर्टिफिकेट नही मिलता।

 

              NIELIT O Level Pass Percentage detailed information?

Module Code

  Module

Maximum Marks

M1-R5

Information Technology Tools and Network Basics

100

M2-R5

Web Designing & Publishing

100

M3-R5

Programming and Problem Solving through Python

100

M4-R5

Internet of Things and its Applications

100

PR1-R5

Practical based on M1-R5, M2-R5, M3-R5, and M4-R5

100,100,100,100

PJ1-R5

Project (Certificate only to qualify ‘O’ Level-IT)

 

Total Maximum Marks

400

 

O level Course Syllabus

1.     M1-R5 Information Technology Tools and Network Basics
2.    M2-R5 Web Designing and Publishing
3.    M3-R5 Programming and Problem Solving Through Python Language
4.    M4-R5 Internet of Things and its Applications

ओ लेवल कोर्स का स्ट्रक्चर (O level course structure)

मॉडल कोड

मॉड्यूल

निर्धारित समय(घंटे में)(थ्योरी)

निर्धारित अ समय (प्रैक्टिकल/प्रोजेक्ट)

समय

M1-R5

इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी टूल्स एंड नेटवर्क बेसिक्स

48

72

120

M2-R5

वेब डिजाइनिंग तथा पब्लिशिंग

48

72

120

M3-R5

प्रोग्रामिंग एंड प्रॉब्लम सॉल्विंग थ्रू पाइथन

48

72

120

M4-R5

इंटरनेट ऑफ थिंग्स एंड इट्स एप्लीकेशन

48

72

120

PR1-R5

M1-R5, M2- R5 ,M3-R5 and M4-R5 पर आधारित प्रैक्टिकल

 

 

 

PJ1-R5

प्रोजेक्ट

 

40

40

 

कुल समय समय(घंटे में)

192

328

520

 

 

 

  • किस यूनिट से कितने अंक के प्रश्न आएंगे ?
  • M1-R5 Information Technology Tools and Network Basics

Module Unit

Written Marks (Max.)

1. Introduction to Computer, Introduction to Operating System (कंप्यूटर तथा ऑपरेटिंग सिस्टम का परिचय)

10

2. Word Processing (वर्ड प्रोसेसिंग)

20

3. Spreadsheet (स्प्रेडशीट)

20

4. Presentation(प्रेजेंटेशन)

20

5. Introduction to Internet and WWW, E-mail, Social Networking and e-Governance Services (इंटरनेट एवं www का परिचय, ईमेल, सोशल नेटवर्किंग तथा e-governance सर्विसेज)

20

6. Digital Financial Tools and Applications, Overview of Future Skills & Cyber Security (डिजिटल फाइनेंशियल टूल और एप्लीकेशन, फ्यूचर स्किल और साइबर सिक्योरिटी का संक्षिप्त विवरण)

10

Total

100

 

M1-R5 Information Technology Tools and Network Basics

  1. Introduction To Computer
  2. कंप्यूटर तथा नवीनतम IT Gadgests
  3. कंप्यूटर का विकास तथा कंप्यूटर का उपयोग
  4. IT gadgests एवं इसका उपयोग
  5. हार्डवेयर एंड सॉफ्टवेयर की मूल बातें
  6. सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट, इनपुट डिवाइसेज, आउटपुट डिवाइसेज
  7. कंप्यूटर मेमोरी और स्टोरेज
  8. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, सिस्टम सॉफ्टवेयर यूटिलिटी सॉफ्टवेयर
  9. ओपन सोर्स तथा प्रोपराइटरी सॉफ्टवेयर, मोबाइल एप्लीकेशन
  10. Introduction to Operating System
  11. ऑपरेटिंग सिस्टम, ऑपरेटिंग सिस्टम की मूल बातें, डेक्सटॉप तथा लैपटॉप के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम, मोबाइल फोन तथा टेबलेट का ऑपरेटिंग सिस्टम,.
  12. डेक्सटॉप तथा लैपटॉप का यूजर इंटरफेस, टास्कबार, आईकॉन शॉर्टकट्स, एप्लीकेशन चलाने के तरीके
  13. ऑपरेटिंग सिस्टम के सिंपल सेटिंग, माउस तथा इससे संबंधित प्रॉपर्टीज, डेट तथा टाइम का सेटिंग, डिस्प्ले प्रॉपर्टीज , प्रोग्राम को add करना तथा remove करना, प्रिंटर को शेयर करना
  14. फाइल तथा फोल्डर का मैनेजमेंट, फाइल एक्सटेंशंस का प्रकार
  • Word Processing
  1. वर्ड प्रोसीजर बेसिक्स, वर्ड प्रोसेसिंग पैकेज को ओपन करना
  2. टाइटल बार, मेनू बार, टूल बार एवं साइड बार
  3. नया डॉक्यूमेंट क्रिएट करना, डॉक्यूमेंट को खोलना तथा बंद करना,
  4. डॉक्यूमेंट को सेव करना एवं क्लोज करना
  5. हेल्प ऑप्शन का उपयोग, पेज सेटअप करना, पेज लेआउट, बॉर्डर कथा वाटर मार्क
  6. प्रिंट प्रीव्यू, डॉक्यूमेंट को प्रिंट करना, पीडीएफ फाइल तथा डॉक्यूमेंट को पीडीएफ फाइल की तरह सेव करना
  7. डॉक्यूमेंट को क्रिएट करना, टेक्स्ट क्रिएशन तथा मैनिपुलेशन, टेक्स्ट को एडिट करना, टेक्स्ट का सिलेक्शन करना, कट, कॉपी तथा पेस्ट करना
  8. टेक्स्ट का फोंट, कलर, टाइम, साइज तथा एलाइनमेंट सेट करना
  9. Undo & Redo , ऑटो करेक्ट, स्पेलिंग तथा ग्रामर , फाइंड एवं रिप्लेस, टेक्स्ट फॉर्मेटिंग
  10. यूजर डिफाइंड स्टाइल क्रिएट करना तथा इसका उपयोग करना
  11. पैराग्राफ इंडेंटेशन, बुलेट्स, नंबरिंग, चेंज केस, header तथा footer का उपयोग
  12. टेबल मैनिपुलेशन, टेबल को Intsert कथा draw करना, cell की hieght तथा width सेट करना, cell में टेक्स्ट का Alignment, Row & column का Deletetion /Insertion, Cells का Merging & Splitting, Border and Shading
  13. Mail Merge Table का Contents, Indexes, Comments add करना , Tracking changes, Macros
  • Spreadsheet
  1. Spread Sheet के Elements, Spread Sheet क्रिएट करना
  2. Cell Address [Row and Column] का concept तथा Cell सेलेक्ट करना
  3. Cell में data इंटर करना [text, number, date]
  4. Page का Setup, Sheet को प्रिंट करना , Spreadsheet को Save करना
  5. Opening और Closing, Cells & Sheet manuplate करना , Cell Content को मॉडिफाई तथा एडिट करना , Cell को फॉर्मेट करना (Font, Alignment, Style ), Cut, Copy, Paste & Paste Special करना
  6. Cell Height and Width को चेंज करना, Rows को इंसर्ट तथा डिलीट करना, Column, AutoFill
  7. Sort तथा Filter करना, Freezing panes
  8. Formulas, Functions and Charts का उपयोग, Formulas for Numbers (Addition, Subtraction, Multiplication & Division), AutoSum का उपयोग|
  9. Functions (Sum, Count, MAX, MIN, AVERAGE),Sort, Filter, Advanced Filter का उपयोग
  10. Database Functions ( DSUM, DMIN,DMAX, DCOUNT, DCOUNTA) का उपयोग What-if ऑप्शन का उपयोग
  11. Analysis, Pivot table Charts (Bar, Column, Pie, Line), Data Validation इत्यादि ऑप्शन का उपयोग.
  • Presentation
  1. Presentation को क्रिएट करना, Template का उपयोग कर Presentation क्रिएट करना, Blank Presentation क्रिकेट करना
  2. Slid स्लाइड में टेक्स्ट को insert तथा delete करना , Presentation को save करना तथा Slides को manipulate करना
  3. Table इंसर्ट करना , Pictures Add करना एवं अन्य Objects को Insert करना
  4. Object को resise एवं scal करना, Master Slide को बनाना तथा इसका उपयोग करना
  5. Slides का Presentation, Choosing a Set Up for Presentation के लिए setup choose करना,
  6. Slide Show को रन करना, Transition and Slide Timings, Slide Show को Automate करना
  7. Providing Aesthetics to Slides को आवाज प्रदान करना & Slides को Print करना|
  8. Text Presentation को Enhance करना, Color and Line Style का उपयोग करना , स्लाइड में Movie and Sound add करना
  9. Headers, Footers and Notes को add करना, Slides and Handouts का प्रिंट आउट
  • Introduction to Internet and WWW
  1. कंप्यूटर नेटवर्क की मूलभूत बातें, लोकल एरिया नेटवर्क (LAN), वाइड एरिया नेटवर्क (WAN), नेटवर्क टोपोलॉजी
  2. इंटरनेट, Internet & WWW का concept,
  3. इंटरनेट का अनुप्रयोग, वेबसाइट एड्रेस कथा URL, IP Address का परिचय,
  4. आईएसपी(ISP) and ISP के कार्य , इंटरनेट प्रोटोकोल, इंटरनेट कनेक्ट करने के तरीके (HotSpot, Wifi, LAN Cable, BroadBand, USB Tethering)
  5. IP/MAC/IMEI of various devices के पहचान तथा उपयोग, लोकप्रिय वेब ब्राउज़र (Internet Explorer/Edge, Chrome, Mozilla Firefox, Opera etc.)
  6. इंटरनेट पर खोज करना, वेब सर्फिंग करना, लोकप्रिय सर्च इंजन
  7. इंटरनेट पर ढूंढना, वेब पेज को डाउनलोड करना, वेब पेज को प्रिंट करना
  • E-mail, Social Networking and e-Governance Services
  1. ईमेल का Structure, ईमेल का उपयोग , ईमेल अकाउंट बनाना, मेल बॉक्स: इनबॉक्स तथा बॉक्स, न्यू ईमेल को क्रिएट करना तथा सेंड करना, ईमेल मैसेज का जवाब देना, ईमेल मैसेज को फॉरवर्ड करना, ई-मेल को सर्च करना, A ईमेल में फाइल अटैच करना, ई-मेल में सिग्नेचर लगाना
  2. सोशल नेटवर्किंग & ई-कॉमर्स, फेसबुक, ट्विटर,
    लिंकडइन, इंस्टाग्राम, Instant Messaging (व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर,
    टेलीग्राम)
  3. Blogs का परिचय, E-commerce की मूलभूत बातें, Netiquettes
  4. E-governance सर्विसेज जैसे Railway Reservation, Passport eHospital [ORS] का संक्षिप्त विवरण, e-Governance Services on Mobile Using “UMANG
    APP”, Digital Locker एक्सेस करना
  • Digital Financial Tools and Applications
  1. डिजिटल फाइनेंसियल टूल्स( Digital Financial Tools), OTP [One Time Password] and QR[Quick Response] Code को समझना
  2. यूपीआई UPI [Unified Payment Interface], एइपीएस AEPS [Aadhaar Enabled Payment System], यूएसएसडी USSD[Unstructured Supplementary Service Data]
  3. कार्ड्स Card [Credit / Debit], ई वॉलेटeWallet, PoS [Point of Sale]
  4. इंटरनेट बैंकिंग Internet Banking, नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर National Electronic Fund Transfer (NEFT), रियल टाइम ग्रॉस सेटेलमेंट Real Time Gross Settlement (RTGS),
  5. इमीडिएट पेमेंट सर्विसImmediate Payment Service (IMPS), ऑनलाइन बिल पेमेंटOnline Bill Payment
  • Overview of Future skills and Cyber Security
  1. इंटरनेट ऑफ थिंग्स का परिचय(Introduction to Internet of Things (IoT))
  2. बिग डाटा एनालिटिक्स(Big Data Analytics)
  3. क्लाउड कंप्यूटिंग (Cloud Computing)
  4. वर्चुअल रियलिटी(Virtual Reality)
  5. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(Artificial Intelligence)
  6. सोशल एंड मोबाइल (Social & Mobile)
  7. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology)
  8. 3D प्रिंटिंग / एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग(3D Printing/ Additive Manufacturing)
  9. रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन( Robotics Proces Automation)
  10. साइबर सिक्योरिटी, साइबर सिक्योरिटी की जरूरत, पीसी की सुरक्षा, सिक्योरिंग स्मार्टफोन (Cyber Security, Need of Cyber Security, Securing PC, Securing Smart Phone)

 

 

 

 

 2.O level Syllabus M2-R5

मॉडल यूनिट

Written Marks (Max.)

1 वेब डिजाइन और एडिटर्स का परिचय (Introduction to Web Design and Editors), HTML की मूलभूत बातें( Basics)

25

2 Cascading Style Sheets (CSS)

20

3 CSS Framework

15

4 JavaScript and Angular JS

20

5 Photo Editor और Web Publishing and Browsing

20

Total

100

  • Introduction to Web Design

इंटरनेट का परिचय(Introduction of Internet), WWW, वेबसाइट(Website),  वेबसाइट का कार्य प्रणाली(Working of Websites), वेब पेज(Webpages),  फ्रंट एंड(Front End) बैकऐंड, Back End), क्लाइंट एवं सर्वर स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज(Client and Server Scripting Languages), रेस्पॉन्सिव वेब डिजाइनिंग(Responsive Web Designing), वेबसाइट के प्रकार(Types of Website), स्थिर और गतिशील वेबसाइट (Static and Dynamic Websites).

2.Editors

Notepad++, Sublime जैसे Text Editor को डाउनलोड करना, एडिटर का यूज करना(Making use of Editors), फाइल का निर्माण और संपादन करना(File creation and editing), फाइल को सुरक्षित करना(saving).

3.HTML Basics

HTML: HTML का परिचय(Introduction), HTML का मूल संरचना ( Basic Structure of HTML), हेड सेक्शन और इसके एलिमेंट्स(Head Section and Elements of Head Section), फॉर्मेटिंग टैग्स (Formatting Tags): Bold, Italic, अंडर लाइन(Underline), स्ट्राईकथ्रू(Strikethrough), Div, Pre Tag, एंकर लिंक्स(Anchor links) और Named Anchors, इमेज टैग(Image Tag), Paragraphs, Comments,

टेबल(Tables): टेबल के Attributes –बॉर्डर(Border), Cellpadding, Cellspacing, ऊंचाई और चौड़ाई(height, width), TR, TH, TD, Rowspan, Colspan

सूची (Lists) : व्यवस्थित सूची(Ordered List), अव्यवस्थित सूची(Unordered List), परिभाषा सूची (Definition List),

फॉर्म (Forms): Form Elements, Input types, Input Attributes, Text Input Text Area, Dropdown, रेडियो बटन( Radio buttons), चेक बॉक्स(Checkboxes), सबमिट और रिसेट बटन(Submit and Reset Buttons)

फ्रेम्स(Frames): Frameset, नेस्टेड फ्रेम(nested Frames).

HTML 5 का परिचय(Introduction), HTML5 के नए Elements: सेक्शन (Section), Nav, Article, Aside, Audio Tag, Video Tag, HTML5 Form का Validations: Require Attribute, Pattern Attribute, Autofocus Attribute, ईमेल(email), संख्या के प्रकार( number type), दिनांक के प्रकार(date type) , Range type, HTML युक्त मल्टीमीडिया (HTML embed multimedia), HTML का लेआउट(HTML Layout), HTML Iframe

4.CSS

सीएसएस का परिचय(Introduction to CSS), CSS का प्रकार(Types of CSS), CSS Selectors: यूनिवर्सल Selector, ID selector, Tag Selector, Class Selector, Sub Selector, Attribute Selector, Group Selector, CSS के Properties: बैकग्राउंड(Back Ground) properties, ब्लॉक प्रॉपर्टी(Block Properties), बॉक्स प्रॉपर्टी(Box properties), सूची(List) properties, बॉर्डर(Border) Properties, Positioning Properties, CSS सूची(Lists) CSS टेबल्स(Tables), CSS मेनू डिजाइन(Menu Design), CSS इमेज गैलरी(Image Gallery)

5.CSS Framework

W3.CSS फ्रेमवर्क का उपयोग कर वेबसाइट का डेवलपमेंट (Web Site Development using W3.CSS Framework), W3.CSS का परिचय ( W3.CSS Intro), W3.CSS के कलर, कंटेनर्स, पैनल, बॉर्डर और फौंट्स(W3.CSS Colors, W3.CSS Containers, W3.CSS Panels, W3.CSS Borders, W3.CSSFonts),

W3.CSS टेक्स्ट, टेबल्स, लिस्ट, इमेज और ग्रीड) w3.css Text, W3.CSS Tables, W3.CSS List, W3.CSSImages, W3.CSS Grid

6.JavaScript and Angular JS

क्लाइंट्स साइड स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज का परिचय(Introduction to Client-Side Scripting Language), जावास्क्रिप्ट के वेरिएबल (Variables in JavaScript), जावास्क्रिप्ट के ऑपरेटर्स(Operators in JS), Conditions Statements, JS Popup Boxes, JS Events, Basic Form Validations in JavaScript. Angular JS का परिचय( Introduction to Angular JS): Expressions, Modules, and Directives.

7.Photo Editor

फोटो एडिटिंग टूल्स की विशेषताएं(Features of Photo EditingTools): Selection Tools, Paint Tools, Transform Tools, Text Tool, Layers, Brightness/ Contrast, Improve Colors and tone, Filters.

8.Web Publishing and Browsing

SGML का अवलोकन(Overview, SGML (Standard Generalized Markup Language)), वेब होस्टिंग की मूल बातें(Web hosting Basics), Documents Interchange Standards, वेब प्रकाशन के घटक(Components of Web Publishing), दस्तावेज प्रबंधन(Document management), एक पेज डिजाइन के विचार और सिद्धांत( Web Page Design Considerations and  Principles), सर्च और मेटा सर्च इंजन(Search and Meta Search Engines), WWW, Browser, HTTP, Publishing Tools.

 

                                                 O Level Syllabus

M3-R5 Programming and Problem Solving Through Python Language

Module Unit

Written Marks (Max.)

1. Introduction to Programming (प्रोग्रामिंग का परिचय), Algorithm and Flowcharts to solve problems

20

2. Introduction to Python ( पाइथन का परिचय), Operators, Expressions and Python Statements, सीक्वेंस डाटा टाइप (Sequence data types)

30

3. Functions, File Processing, Modules

40

4. NumPy Basics

10

Total

100

  1. Introduction to Programming(प्रोग्रामिंग का परिचय)

बेसिक मॉडल ऑफ कंप्यूटेशन(The basic Model of computation), एल्गोरिदम (algorithms), फ्लोचार्ट(flowcharts), प्रोग्रामिंग भाषाएं(Programming Languages), संकलन(compilation), परीक्षण और डि बगिंग (testing & debugging) and दस्तावेजीकरण(documentation).

  1. प्रॉब्लम सॉल्व करने हेतु एल्गोरिथ्म और फ्लो चार्ट (Algorithms and Flowcharts to Solve Problems)

फ्लो चार्ट प्रतीक(Flow Chart Symbols), सीक्वेंशियल प्रोसेसिंग, कंडीशन पर आधारित प्रोसेसिंग (Basic algorithms/flowcharts for sequential processing, decision-based processing and iterative processing).

Flochart kya hai

कुछ उदाहरण(Some examples like):

  1. दो वेरिएबल के वैल्यू का अदला-बदली (Exchanging values of two variables)
  2. Summation of a set of numbers
  3. डेसिमल से बायनरी में कन्वर्जन (Decimal Base to Binary Base conversion)
  4. Integer के डिजिट को रिवर्स करना(Reversing digits of an integer)
  5. दो नंबर का GCD (Greatest Common Divisor of two numbers)
  6. प्राइम नंबर चेक करना (whether a number is prime)
  7. फैक्टोरियल निकालना (factorial computation),
  8. Fibonacci sequence
  9. Evaluate ‘sin x’ as sum of a series
  10. Reverse order of elements of an array
  11. Array का सबसे बड़ा नंबर निकालना( Find largest number in an array)
  12. ऊपरी त्रिकोणीय मैट्रिक्स के एलिमेंट को प्रिंट करना(Print elements of upper triangular matrix), etc.

3.Introduction to Python

पाइथन का परिचय(Python Introduction), पाइथन तकनीक का ताकत(Technical Strength of Python), पाइथन इंटरप्रेटर और प्रोग्राम एग्जीक्यूशन का परिचय( Introduction to Python Interpreter and program execution), कॉमेंट्स का उपयोग(Using Comments), Literals, Constants, पाइथन के बिल्ट इन डाटा के प्रकार(Python’s Built-in Data types), पाइथन में प्रयोग होने वाले संख्याएं(Numbers)- (Integers, Floats, Complex  Numbers, Real, Sets), स्ट्रिंग तथा स्क्रीन के ऑपरेशन -Strings (Slicing, Indexing, Concatenation, other operations on Strings), Console से इनपुट प्राप्त करना(Accepting input from Console), स्टेटमेंट प्रिंट करना(printing statements), सामान्य प्रकार के पाइथन प्रोग्राम( Simple ‘Python’ programs).

4.Operators, Expressions and Python Statements

असाइनमेंट स्टेटमेंट(Assignment statement), एक्सप्रेशन(expressions), अर्थमैटिक रिलेशनल लॉजिकल बिट वाइज ऑपरेटर्स तथा इनके पPrecedence(Arithmetic, Relational, Logical, Bitwise operators and their precedence), कंडीशनल स्टेटमेंट (Conditional statements): if, if-else, if-elif-else.

साधारण प्रोग्राम(simple programs), Notion of iterative computation and control flow –रेंज फंक्शन(range function), While Statement, फॉर लुप(For loop), ब्रेक स्टेटमेंट(break statement), कंटिन्यू स्टेटमेंट(Continue Statement), पास स्टेटमेंट (Pass statement), else, असर्ट( assert).

5.Sequence Data Types

लिस्ट, टप्पल और डिक्शनरी(Lists, tuples, and dictionary) सीक्वेंस डाटा पर स्लाइसिंग, इंडेक्सिंग, कॉन्काटेनेशन तथा अन्य ऑपरेशन(Slicing, Indexing, Concatenation, other operations on Sequence data type), मुटेबलईटी का संकल्पना(concept  of  mutability),  अधिकतम, न्यूनतम, माध्य ज्ञात करने के उदाहरण(Examples to include finding the maximum, minimum, mean) लिस्ट या टप्पल पर लिनियर सर्च( linear search on list/tuple of numbers), and डिक्शनरी का उपयोग कर लिस्ट में तत्वों की आकृति की गणना(counting the frequency of elements in a list using a dictionary).

6.Functions

टॉप डाउन दृष्टिकोण के द्वारा समस्या का समाधान (Top-down approach of problem solving), मॉडलर प्रोग्रामिंग और फंक्शन (Modular programming and functions), फंक्शन पैरामीटर(Function parameters), स्थानीय वैरियेबल्स( Local variables), रिटन स्टेटमेंट( the Return statement), डॉक्स्ट्रिंग (DocStrings), ग्लोबल स्टेटमेंट (global statement), डिफॉल्ट अरगुमेंट्स वैल्यू ( Default argument values), कीवर्ड अरगुमेंट्स (keyword arguments), वेरिएबल अरगुमेंट पैरामीटर (Variable Args parameters).

विभिन्न प्रकार के लाइब्रेरी फंक्शंस(Library function):

input(), eval(),print(), String Functions: count(), find(), rfind(), capitalize(), title(), lower(), upper(), swapcase(), islower(), isupper(), istitle(), replace(), strip(), lstrip(), rstrip(), aplit(), partition(), join(), isspace(), isalpha(), isdigit(), isalnum(), startswith(), endswith(), encode(), decode(),

स्ट्रिंग(String): स्लाइसिंग(Slicing), मेंबरशिप(Membership), पेटर्न मैचिंग (Pattern Matching), विभिन्न नुमरीक फंक्शंस (Numeric Functions): eval(), max(), min(), pow(), round(), int(), random(), ceil(), floor(), sqrt(), दिनांक एवं समय का फंक्शन (Date & Time Functions), Recursion.

7.File Processing

फाइल की संकल्पना(Concept of Files), अलग-अलग मोड में फाइल को खोलने तथा बंद करना (File opening in various modes and closing of a file), फाइल को पढ़ना (Reading from a file), फाइल में लिखना (Writing onto a file)

फाइल के विभिन्न फंक्शन(File functions)-open(), close(), read(), readline(), readlines(), write(), writelines(),tell(),seek(), कमांड लाइन अरगुमेंट(Command Line arguments).

8.Scope and Modules

Scope of objects and Names, LEGB Rule

मॉड्यूल का बेसिक(Module Basics), नेमस्पेस के तरह मॉडल फाइल का उपयोग (Module Files as Namespaces), मॉड्यूल का इंपोर्ट (Import Module), मॉड्यूल का रीलोडिंग (Reloading Modules).

9.NumPy Basics

NumPy का परिचय (Introduction to NumPy), ndarray, डाटा के प्रकार (data types), array attributes, array creation routines, मौजूद डाटा से Array बनाना (Array From Existing Data), Numerial Range से Array बनाना (From Numerical Ranges), इंडेक्सिंग तथा स्लाइसिंग (Indexing & Slicing).

 

4.IoT का परिचय (Introduction to IoT) – Applications / Devices, Protocols and Communication Model

 

1. IoT का परिचय (Introduction to IoT) – Applications/Devices, Protocols and Communication Model

10

2. Things and Connections

10

3. Sensors, Actuators and Microcontrollers

15

4. IoT एप्लीकेशन का निर्माण (Building IoT Applications)

40

5. IoT इको सिस्टम का सुरक्षा और भविष्य(Security and Future of IoT Ecosystem)

5

6. Soft skills-Personality Development

20

Total

100

  1. Introduction
  • इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) का अवलोकन(Overview of Internet of Things(IoT))
  • IoT पारिस्थितिकी तंत्र में उपकरणों और अनुप्रयोगों की विशेषताएं(The characteristics of devices and applications in IoT ecosystem)
  • इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के निर्माण खंड (Building blocks of IoT)
  • IoT पारिस्थितिकी तंत्र बनाने वाली विभिन्न प्रौद्योगिकियां (Various technologies making up IoT ecosystem)
  • इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) स्तर(IoT levels)
  • IoT डिजाइन पद्धति (IoT design methodology)
  • इंटरनेट ऑफ थिंग्स का भौतिक डिजाइन / तार्किक डिजाइन (The Physical Design/Logical Design of IoT)
  • IoT के कार्यात्मक ब्लॉक और संचार मॉडल (Functional blocks of IoT and Communication Models)
  • IoT में उपयोग किए जाने वाले विकास उपकरण।(Development Tools used in IoT)

2.Things and Connections

  • कंट्रोल सिस्टम का वर्किंग(Working of Controlled Systems)
  • फीडबैक लूप के साथ रियल टाइम सिस्टम(Real-time systems with feedback loop)
  • उदाहरण: रेफ्रिजरेटर में थर्मोस्टेट (thermostat in refrigerator), AC, etc.
  • कनेक्टिविटी मॉडल(Connectivity models) – TCP/IP versus OSI model
  • वायर्ड और वायरलेस पद्धति का उपयोग करके विभिन्न प्रकार के मोड (different type of modes using wired and wireless methodology)
  • IoT एप्लीकेशन का प्रोसेस फ्लो (The process flow of an IoT application).

3.Sensors, Actuators and Microcontrollers

  • संवेदक(Sensor) – डिजिटल दुनिया में भौतिक मात्रा को मापना (Measuring physical quantities in digital world). जैसे. प्रकाश संवेदक (light sensor), नमी संवेदक (moisture sensor), तापमान संवेदक(temperature sensor), etc.
  • एक्ट्यूएटर(Actuator) – मूविंग या कंट्रोलिंग सिस्टम(moving or controlling system) e.g. डीसी मोटर(DC motor), विभिन्न प्रकार के एक्चुएटर(different type of actuators)
  • नियंत्रकController – सेंसर और एक्चुएटर इंटरफेस करने के लिए प्रवेश द्वार के रूप में माइक्रोकंट्रोलर की भूमिका(Role of microcontroller as gateway to interfacing sensors and actuators)
  • माइक्रोकंट्रोलर बनाम माइक्रोप्रोसेसर(microcontroller vs microprocessor), एम्बेडेड पारिस्थितिकी तंत्र में विभिन्न प्रकार के माइक्रोकंट्रोलर(different type of microcontrollers in embedded ecosystem).

4.Building IoT applications

  • Arduino IDE का परिचय – प्रारंभ से कोड लिखना, संकलन-डिबगिंग ( Introduction to Arduino IDE – writing code in sketch, compiling-debugging)
  • Arduino बोर्ड पर फ़ाइल अपलोड करना, सीरियल मॉनिटर की भूमिका(uploading the file to Arduino board, role of serial monitor).
  • एम्बेडेड ‘सी’ भाषा मूल बातें – (Embedded ‘C’ Language basics) – वेरिएबल और आईडेंटिफायर(Variables and Identifiers)
  • अंतर्निहित डाटा के प्रकार(Built-in Data Types), अंकगणितीय ऑपरेटर और एक्सप्रेशन(Arithmetic operators and Expressions), स्थिरांक(Constants) and Literals, असाइनमेंट(assignment).
  • कंडीशनल स्टेटमेंट और लूप(Conditional Statements and Loops) – रिलेशनल ऑपरेटर का योग का डिसीजन मेकिंग (Decision making using Relational Operators).
  • लॉजिकल कनेक्टिव्स(Logical Connectives) – conditions, if-else statement
  • लूप्स: while लूप, for लूप (Loops: while loop, do while, for loop) नेस्टेड लूप ( Nested loops), इनफिनिट लूप ( Infinite loops). स्विच स्टेटमेंट(Switch statement).
  • Arrays – Declaring and manipulating single dimension arrays
  • फंक्शंस(Functions) – Arduino IDE में C फ़ंक्शंस की मानक लाइब्रेरी(Standard Library of C functions in Arduino IDE). फ़ंक्शन का प्रोटोटाइप (Prototype of a function): फॉर्मल पैरामीटर सूची (Formal parameter list), रिटर्न टाइप (Return Type), फ़ंक्शन कॉल ( Function call).
  • इंटरफेसिंग सेंसर(Interfacing sensors) – Arduino प्लेटफॉर्म में डिजिटल बनाम एनालॉग पिन का काम करना (The working of digital versus analog pins in Arduino platform), इंटरफेसिंग LED, Button(interfacing LED, Button),
  • सेंसर-DHT, LDR, MQ135, IR (Sensors-DHT, LDR, MQ135, IR). लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले (एलसीडी) पर डाटा को डिस्प्ले करना (Display the data on Liquid Crystal Display(LCD)), इंटरफेसिंग कीपैड(interfacing keypad)
  • सीरियल संचार (Serial communication) – इंटरफ़ेसिंग HC-05 (ब्लूटूथ मॉड्यूल) ( ।interfacing HC-05 (Bluetooth module), 220V एसी आपूर्ति का नियंत्रण (Control/handle 220V AC supply) – – रिले मॉड्यूल को इंटरफ़ेसinterfacing relay module).

5.Security and Future of IoT Ecosystem

  • IoT में सुरक्षा की आवश्यकता (Need of security in IoT) – सुरक्षा क्यों(Why Security?)
  • IoT सक्षम उपकरणों के लिए गोपनीयता (Privacy for IoT enabled devices)- उपभोक्ता उपकरणों के लिए IoT सुरक्षा (IoT security for consumer devices)
  • सुरक्षा स्तर, IoT उपकरणों की सुरक्षा (Security levels, protecting IoT devices)
  • भविष्य का IoT इको सिस्टम (Future IoT ecosystem)
  • सुरक्षित एल्गोरिदम बनाने के लिए पावर फुल कोर की आवश्यकता (Need of power full core for building secure algorithms)
  • नई ट्रेंस के उदाहरण (Examples for new trends) -AI, ML का IoT में पैठ (AI, ML penetration to IoT)

6.Soft skills-Personality Development

  • व्यक्तित्व   विकास(Personality   Development)   
  • व्यक्तित्व के निर्धारक(Determinants   of Personality)- आत्म जागरूकता (self-awareness), प्रेरणा(motivation), आत्मानुशासन(self-discipline), इत्यादि,
  • एक सकारात्मक व्यक्तित्व का निर्माण (building a positive personality, gestures).
  • आत्मसम्मान (Self-esteem) – आत्म प्रभाव कारिता (self-efficacy), आत्म प्रेरणा self-motivatio, समय प्रबंधन(time management), तनाव प्रबंधन(stress management), Etiquettes & manners.
  • संचार और लेखन कौशल (Communication and writing skills)- उद्देश्य(objective), गुण और संचार की श्रेणियां (attributes and categories of communication)
  • लेखन कौशल (Writing Skills) – रिज्यूम पत्र, रिपोर्ट, प्रस्तुति, आदि (Resume, Letters, Report, Presentation, etc.)
  • साक्षात्कार कौशल और शरीर की भाषा (Interview skills and body language).

 

 

Practical Exam Kaise Hota Hai

ओ लेवल का प्रैक्टिकल कैसा होता है: O Level का Practical Exam आप तभी दे सकते हैं जब आपके पास इसके लिखित Exam का Result आ जाता है. O Level के Exam का Result 2-3 Months में आ जाता है. जब आप O Level Course के चरों Papers में Pass हो जाते हैं, उसके बाद आप O Level Course के Practical के लिए Apply कर सकते हैं.

जैसे की अगर आपने July Session में 4 Exam दिए और आप उन Papers में Pass भी हो गए, तो आप January Session में O Level Practical देने के लिए Apply कर सकते हैं.

O Level के Practical में First Part 80 Marks का होता है. इसमें आपको कुछ Questions, Computer पर ही Solve करना होता है.

इसके बाद Second Part में 20 Marks का Viva-Voce होता है. इसमें आपसे Oral Questions पूछें जाते हैं. इस तरह 100 Marks का Practical देने के 2 से 3 Months बाद आपका Result आ जाता है.

 

                                        रिजल्ट – Result 

Exam देने के 2 महीने बाद रिजल्ट घोषित कर दिया जाता है जिसे आप NIELIT की वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं अगर आपने एग्जाम किसी Institute के द्वारा दिया है तो आप अपने Institute में जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं।

इसमें Result Grading System के आधार पर दिया जाता है। 50% से कम नंबर लाने वाले Students को अनुत्तीर्ण समझा जाता है। इस एग्जाम में Practical और Project Number को Count नहीं किया जाता है लेकिन O level Certificate हासिल करने के लिए आपको Practical Exam और Project पास करना भी Compulsory होता है।

Sl.

Marks Scored

Grade to be awarded

1.

Below 50%

F (Failed)

2.

50% – 54%

D

3.

55% – 64%

C

4.

65% – 74%

B

5.

75% – 84%

A

6.

85% & above

S

 

 

                                 O level Course Certificate

  • O’ level (IT) Course Certificateजो की NIELIT द्वारा 1 जनवरी 2020 के बाद जारी हो उसको15 अंक बोनस के रूप में दिए जायेंगे।

 

 

         ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स करने के बाद जॉब ऑप्शन

O Level Computer Course करने के बाद बहुत से जॉब के ऑफर मिलते हैं। नीचे दी गयी सूची में कुछ जॉब के ऑप्शन दिये जा रहें हैं।

  • शिक्षण सहायक
  • कंप्यूटर ऑपरेटर
  • जूनियर प्रोग्रामर
  • लैब असिस्टेंट
  • कार्यक्रम सहायक
  • वेब डिजाइनर
  • ईडीपी सहायक

 

 O Level –  इसे हम foundation course in computer application भी कहते हैं क्यूँकि O level course करने से आपका computer application का foundation clear हो जाता है  और ये किसी भी recognized university के  CS diploma के equivalent यानी  की बराबर होता है।