टीचर्स डे

टीचर्स डे

टीचर्स डे

टीचर्स डे

पूरे देश में 5 सितंबर को टीचर्स डे (Teacher's Day) धूमधाम से मनाया जाता है।सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद और महान दार्शनिक थे। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 27 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। 1954 में उन्हें 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया।  इस दिन स्‍कूल, कॉलेज, कोचिंग और अन्‍य शिक्षण संस्‍थानों में शिक्षकों के सम्‍मान में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें स्‍टूडेंट्स शिक्षकों को तोहफे देकर अपना सम्‍मान प्रकट करते हैं, Teacher’s Day के दिन विद्यार्थी अपने स्कूल में भाषण और शायरी बोल कर अपने शिक्षकों के प्रति प्रेम, आदर, और सम्मान को व्यक्त करते हैं। सिर्फ स्कूल कॉलेज के टीचर्स को ही नहीं बल्कि जिंदगी में कुछ ना कुछ नया सीखाने वाले हर शख्स को गुरु मान कर उन्हें Teacher’s Day (शिक्षक दिवस) की बधाई देने का ट्रेड है।

Teacher’s Day

 (1).  गुरु का स्थान भगवान से भी ऊपर होता है क्योंकि गुरु हमें भगवान तक पहुंचाने का मार्ग बताते हैं।

 (2).  केवल शिक्षित नहीं बल्कि सुशिक्षित बनिये।

(3). माता-पिता आपको जीवन देते हैं लेकिन अच्छा जीवन कैसे जीना है यह एक शिक्षक ही बताता है।

 (4). शिक्षक समाज का सबसे आदरणीय व्यक्ति है।

(5). गुरु और शिष्य का रिश्ता धरती के सबसे बड़े रिश्तो में से एक है।

(6). बच्चों की भविष्य की नींव का पहला पत्थर शिक्षक ही रखता है।

(7). मां करुणा, प्रेम, और निर्भयता की सबसे बड़ी शिक्षक है।

(8). सच्चा शिक्षक अपने अनुभव से सिखाता है, किताब से नहीं।

(9).  शिक्षा वह तपस्या है जो जीव को इंसान बनाती हैं।

(10). बच्चों के भविष्य के निर्माण का सबसे बड़ा जिम्मेदार व्यक्ति उसका शिक्षक होता है।

(11). बीते समय को भूल जाइए लेकिन पुरानी ग़लतियों से मिली शिक्षा को कभी ना भूले।

(12). गुरु की कोई उम्र नहीं होती अगर आप अपने से छोटी उम्र की व्यक्ति से भी कुछ सीखते हैं तो वह आपका गुरु है।

(13). शिक्षक वह जोहड़ी है जो छात्रों को तराश कर हीरे की तरह चमकाता है।

(14).  आपकी ग़लतियाँ ही आपकी सबसे बड़ी शिक्षक होती है।

 

(15) स्वयं भगवान राम और भगवान श्री कृष्ण को भी गुरु की जरूरत पड़ी क्योंकि गुरु के बिना शिक्षा संभव नहीं है।

 (16). अध्यापन एक पेसा नहीं बल्कि यह एक शिक्षक का समाज को योगदान है।

(17). बच्चों में पढ़ाई की भूख जगाना भी एक शिक्षक का ही कर्तव्य है।

 (18). इंसान पूरे जीवन में सबसे ज्यादा समाज से सीखता है और इसके बाद अपनी संगति वालों से।

 (19). कबीर दास ने कहा था कि गुरु की महिमा का वर्णन करना शब्दों में संभव नहीं है।

(20). बिना गुरु के आप सिर्फ किताबें पढ़ सकते हैं ज्ञानी नहीं बन सकते।

(21). शिक्षक एक सफल राष्ट्र का निर्माण करता है।

(22). शिक्षक की ज़िम्मेदारी है कि बच्चों को केवल किताबी ज्ञान ना दे बल्कि अच्छे संस्कार भी दे।

(23). आपके संस्कार बताते हैं कि आपके गुरु ने आपको क्या सिखाया है।

(24). मां – बाप बच्चे को जन्म देते हैं लेकिन शिक्षक ही बालक का बौद्धिक निर्माण करते हैं।

(25). जो व्यक्ति अपनी शिक्षा और गुरु का सम्मान नहीं कर पाता, वह जीवन में कभी सफल नहीं हो सकता।

(26). गुरु एक बालक की बुद्धि का सृजन कर्ता है वह जो बीज बोता है वैसा ही पेड़ बनता है।

(27). ज्ञान देने वाले गुरु ना हो तो वह संसार आज भी अज्ञान में भटका होता।

 (28). शिक्षा हासिल करने की कोई उम्र नहीं होती, व्यक्ति जीवन भर सीखता है।

(29). शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी पाना नहीं हो, बल्कि बालक का सर्वांगीण विकास शिक्षा का मूल उद्देश्य होना चाहिए।

 (30). ज्ञान का दान को ही सबसे बड़ा दान कहा गया है क्योंकि धन का दान सीमित समय तक सुख देता है लेकिन ज्ञान जीवन भर सुख देता है।

(31). शिक्षकों को चाहिए कि बच्चे अगर गलत प्रश्न पूछे तो उन्हें हतोत्साहित ना करें बल्कि सही का ज्ञान दें।

(32). ग़लतियाँ सबसे बड़ी शिक्षक होती हैं, उनसे सीखे।

 (33). जो लोग दूसरे को कुछ सिखाने से कतराते हैं वह कभी अच्छे शिक्षक नहीं बन सकते।

(34). एक महान शिक्षक केवल ज्ञान ही नहीं देता बल्कि बालों को प्रेरित भी करता है।

(35). शिक्षक को चाहिए कि शिक्षा को इतना सुगम बनाने की सभी छात्र उसे आसानी से समझे।

(36). व्यक्ति की अंतरात्मा सबसे महान गुरु होती है।

(37). सफलता अच्छी शिक्षक नहीं होती बल्कि असफलता अच्छी शिक्षक होती है।

(38). जब तक बच्चों के मन से डर नहीं निकलेगा तब तक वह अच्छी शिक्षा नहीं पा सकते।

(39). आपका शिक्षक ही आपका सबसे बुद्धिमान सलाहकार है।

 (40). शिक्षक वह है जो बच्चों के मन तक को पढ़ लेता है।

 (41). शिक्षा सबसे अमूल है जिसका कोई मूल्य नहीं चुकाया जा सकता।

 (42). शिक्षा का सबसे बड़ा उद्देश्य अच्छे चरित्र का निर्माण करना है।

 (43). शिक्षक बच्चों को जागरूक बनाये।

 (44). हमे शिक्षित करने के लिए आपने जो कड़ी मेहनत और प्रयत्न किए हैं हम उसके सदा आभारी रहेंगे।

(45). मैं भाग्यशाली था कि मुझे आप जैसा गुरु मिला।